2025 में खाटू मेला कब भरेगा? - Khatu Shyam Falgun Lakhi Mela Date, इसमें 2025 में खाटू श्याम के फाल्गुन लक्खी मेले की तारीख सहित जानकारी है।
फागोत्सव यानी फाल्गुन लक्खी मेला खाटू श्याम मंदिर द्वारा आयोजित होने वाला सबसे प्रमुख त्योहार है जिसमें लाखों श्रद्धालु अपने आराध्य बाबा श्याम के दर्शनों के लिए सम्पूर्ण भारत से खाटू आते हैं।
रींगस से खाटू तक के मार्ग में श्याम भक्तों के लिए जगह-जगह भंडारे लगे होते हैं। इस रास्ते पर बहुत से श्याम भक्त बाबा के जयकारे लगाते, निशान हाथ में लेकर पद यात्रा करते हैं।
मेले में इस बार 60 लाख से ज्यादा श्याम भक्तों के आने की उम्मीद है। मेले की सारी व्यवस्थाओं को प्रशासन के सहयोग से श्री श्याम मंदिर कमेटी संभालेगी।
2025 में खाटू श्याम फाल्गुन मेला कब भरेगा? - 2025 Me Khatu Shyam Falgun Mela Kab Bharega?
इस वर्ष 2025 में खाटू नगरी में बाबा श्याम का लक्खी मेला 25 फरवरी से 15 मार्च के बीच भरने की संभावना है। इस वार्षिक फाल्गुन मेले के लिए मंदिर कमेटी की तैयारियाँ एक महीने पहले से ही शुरू हो जाती है।
सामान्यतः यह मेला दस दिनों तक चलता है। मंदिर के प्रमुख त्यौहार में फाल्गुन मेला सबसे बड़ा है। मुख्य मेला फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी से शुरू होकर द्वादशी तक चलता है। एकादशी को मेले का मुख्य दिन होता है।
बाबा श्याम का शीश फाल्गुन सुदी एकादशी को श्याम कुंड वाली जगह प्रकट हुआ था और द्वादशी को इन्होंने भगवान कृष्ण को अपने शीश का दान दिया था इसलिए मेले का आयोजन फाल्गुन महीने की द्वादशी तक किया जाता है।
खाटू श्याम फाल्गुन लक्खी मेला 2024 में ये रहेगी व्यवस्था, Khatu Shyam Falgun Lakhi Mela 2024 Me Ye Rahegi Vyavastha
वर्ष 2025 में भरने वाले खाटू श्याम फाल्गुन लक्खी मेले में श्रद्धालुओं को धूप और गर्मी से बचाने के लिए लखदातार मैदान से नए मंदिर मार्ग पर छाया, पानी की व्यवस्था के साथ सुलभ कॉम्पलेक्स का निर्माण किया गया है।
लामिया रोड़ पर बने लखदातार मैदान में लगभग 4 लाख स्क्वेयर फीट जगह पर स्थाई डोम बनवाया गया है जिसमें एक साथ एक लाख श्रद्धालु आ सकते हैं।
खाटू श्याम फाल्गुन लक्खी मेला 2024 में श्याम बाबा के लाइव, Khatu Shyam Falgun Lakhi Mela 2024 Me Shyam Baba Ke Live Darshan
खाटू मेले के दौरान लखदातार मैदान में एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी जिसके माध्यम से लाइन में खड़े भक्त, श्याम बाबा के लाइव दर्शन कर पाएंगे।
साथ ही मैदान और दर्शन मार्ग पर जगह-जगह माइक लगाए जाएंगे, जो भक्तों को भजन सुनाने के साथ समय-समय पर किसी भी तरह की सूचना देने के काम आएंगे।
रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, Rain Water Harvesting
लखदातार मैदान में बारिश के पानी को सहेजने के लिए स्थायी रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाया गया है। बारिश के इस पानी को मंदिर की साफ सफाई के लिए काम में लिया जाएगा।
आज के लिए बस इतना ही, उम्मीद है हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। कमेन्ट करके अपनी राय जरूर बताएँ।
इस तरह की नई-नई जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहें। जल्दी ही फिर से मिलते हैं एक नई जानकारी के साथ, तब तक के लिए धन्यवाद, नमस्कार।
लेखक (Writer)
रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}
सोशल मीडिया पर हमसे जुड़ें (Connect With Us on Social Media)
हमारा व्हाट्सएप चैनल और टेलीग्राम चैनल फॉलो करें
डिस्क्लेमर (Disclaimer)
इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।